वीडियो: हार्दिक पांड्या के वनडे सीरीज जीतते ही बदले तेवर, सभी खिलाड़ियों को नजरअंदाज कर इसे दिया सीरीज जीतने का श्रेय

भारत और वेस्टइंडीज (West Indies vs India, 3rd ODI) के बीच तीसरे और निर्णायक मुकाबले को टीम इंडिया ने हार्दिक की कप्तानी में जीतकर सीरीज पर 2/1 से कब्जा जमाया जहां इस मैच में हार्दिक ने भी बल्ले से कमाल दिखाया और 70 नाबाद रन ठोक डाले जहां उन्होंने अपने पारी में 5 छक्के ठोके वहीं टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी टीम इंडिया ने निर्धारित 50 ओवर में 351 रन ठोक डाले जिसके जवाब में 151 रनों पर वेस्टइंडीज की टीम सिमट गई। वहीं पोस्ट मैच प्रिजेनेटेशन के दौरान हार्दिक ने विराट कोहली को अपने प्रदर्शन का श्रेय देकर सुर्खियां बटोर ली हैं। आगे खबर विस्तार से ।

मैच का लेखा जोखा

टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी टीम इंडिया की सलामी जोड़ी रोहित शर्मा और इशान किशन ने पहले विकेट के लिए 143 रनों की रिकॉर्ड साझेदारी त्रिनिदाद में कर दी। वहीं 11 रन पर इशान का कैच छूटा था जिसका उन्होंने फायदा उठाया और 77 रन 64 गेंद में ठोक दिए। वहीं गिल ने भी 94 गेंद में 85 रन ठोके, संजू सैमसन ने वंडे कैरियर का अपना तीसरा अर्धशतक ठोका जहां उन्हें 51 रन की पारी खेली। हार्दिक ने वंडे कैरियर का अपना 10 वा अर्धशतक ठोका। सूर्यकुमार के बल्ले से 35 रन निकले।वेस्टइंडीज की ओर से शेफर्ड ने 2 विकेट हासिल किए।

जीत के लिए 352 रन का पीछा करने उतरी वेस्टइंडीज की टीम को मुकेश कुमार ने अपनी गेंद से बांध कर रखा और कुल 3 विकेट 30 रन देकर लिए। जहाँ पावर प्ले में ही भारतीय टीम ने पकड़ मजबूत कर ली थी । शार्दुल ने सर्वाधिक 4 विकेट हासिल किया वहीं कुलदीप को 2 सफलता हाथ लगी। जहां वेस्टइंडीज की ओर से 10 वें नंबर के बल्लेबाज मोती ने सर्वाधिक 39 रन बनाए।

पोस्ट मैच प्रेजेंटेशन में हार्दिक (HARDIK )ने कही ये बात

“यह जीत खास है. अगर ईमानदारी से कहूं तो एक कप्तान के तौर पर मैं इस तरह के खेलों का इंतजार करता हूं, जहाँ पर दांव बड़ा लगा हो। यह मैच एक इंटरनेशनल मैच से कहीं बढ़कर था. हम जानते थे कि क्या दांव पर लगा है और अगर हम हारे तो क्या परिणाम होगा । वहीँ प्लेयर्स ने जबरदस्त खेल दिखाया ।”

विराट और रोहित टीम का अहम हिस्सा हैं. लेकिन उन्हें आराम देकर और भी प्लेयर जैसे की रुतुराज गायकवाड़ , अक्षर जैसे प्लेयर को मौका देना भी अहम् था . यह युवाओं को अवसर देने के बारे में था। मैं शुरू में जानबूझकर धीमा खेला और पिच को समझने के साथ पिच पर कुछ समय बिताना चाहता था।

खेल से पहले विराट कोहली के साथ बहुत अच्छी बातचीत हुई, उनका कहना था कि मैं बीच में कुछ समय बिताऊं और 50 ओवर के प्रारूप का आदी हो जाऊं। उस अनुभव को मेरे साथ साझा करने के लिए वह वास्तव में आभारी हैं। एक बार जब आप एक गेंद को हिट करते हैं और लय में आ जाते हैं तो चीजें बहुत अलग होती हैं।