वीडियो: धोनी-गंभीर को आईडल मानने वाला खिलाड़ी निकला गद्दार, भारत छोड़ इस देश के लिए क्रिकेट खेलना कर दिया शुरू

कहते है ज़िंदगी किसी हर मोड़ आसान नहीं होता है। परेशानी हर समय आपका इंतजार करती रहती है। इस चीज साफ उदाहरण केन्या टीम मे चयन हुए पुष्कर शर्मा है जिन्होंने बता दिया कि कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती है।

हाल मे ही पुष्कर शर्मा ने भारतीय मीडिया कंपनी को इंटरव्यू दिया जिसमे उन्होंने बताया कि कैसे साल 2019 ने उनके जीवन के चक्र को बदल कर रख दिया। उस बातचीत के कुछ बातें पर हम भी एक नजर डालते है जिसमे उन्होंने नोएडा से नैरोबी तक के सफर को लेकर बातें की है।

नोएडा के पुष्कर शर्मा ने केन्या टीम से लगाएगे दहाड़

भारत मे जन्मे क्रिकेटर पुष्कर शर्मा का चयन हाल मे ही केन्या की राष्ट्रीय टीम से हुआ है इससे पहले साल 2022 के नवंबर मे केन्या के रवांडा मे मेंस टी20 के क्वलिफ़ायर मे पुष्कर शर्मा ने डेब्यू किया था। दरअसल पुष्कर के पिता की जनवरी 2017 में कैंसर के कारण निधन हो गया। जिसके बाद पुष्कर को केन्या में क्रिकेट खेलने और काम करने का प्रस्ताव मिला।

पुष्कर के परिवार, आर्थिक तंगी का सामना कर रहा था। जिसके कारण उन्होंने केन्या टीम का ये ऑफर स्वीकार कर लिया। केन्या जाने से पहले पुष्कर, इंडियाफर्स्ट लाइफ इंश्योरेंस के लिए काम कर रहे थे और उन्ही के टीम की ओर से खेल रहे थे, इसी कंपनी पुष्कर के क्रिकेट जीवन को जिंदा रखा। लेकिन अब वो केन्या की टीम की ओर से शानदार प्रदर्शन कर रहे है।

इंटरव्यू में किया अपने दर्दों को बयां

उनसे जब क्रिकेट मे आगे बढ़ने के पीछे का कारण पूछा गया तब उन्होंने कहा – ‘ बचपन में मैं और मेरा परिवार साथ में टीवी पर क्रिकेट मैच देखा करते थे। उस दौरान मैंने फैसला किया कि मैं भी उन क्रिकेटरों की तरह टीवी पर आना चाहता हूं, जिन्हें मैं देख रहा था, इसलिए मैंने अपने पिता से पूछा कि मैं कैसे बनूं। उन्होंने मुझे बताया कि मुझे पहले एक क्रिकेट अकादमी में शामिल होना होगा और वहां दिन-ब-दिन खूब रन बनाने होंगे। ‘

इसके बाद जब इनसे भारतीय क्रिकेट को छोड़ केन्या जाने के पीछे का कारण पूछा गया तब इन्होंने इस मुद्दे पर बात करते हुए कहा -‘ किसी ने मुझे केन्या जाने के लिए मजबूर नहीं किया। जब मेरे पिता का कैंसर के वजह से निधन हो गया और कुछ समय बाद जब मुझे केन्या में क्रिकेट खेलने और काम करने का प्रस्ताव मिला, तब मेरे परिवार के आर्थिक स्थिति देखते हुए ये मेरे लिए एक अच्छा अवसर था। इसलिए मैंने इसको स्वीकार कर लिया। ‘

एमएस धोनी और गौतम गंभीर थे पुष्कर शर्मा के आदर्श

पुष्कर शर्मा से जब इनके आदर्श के बारे मे पूछा गया तब इन्होंने बात करते हुए कहा कि, ‘ मेरे आदर्श गौतम गंभीर और महेंद्र सिंह धोनी हैं। मैं गंभीर की तरह एक सलामी बल्लेबाज हूं, इसलिए मैंने उनसे बहुत कुछ सीखा है और वह मेरे पसंदीदा बल्लेबाज हैं। मैं धोनी की कप्तानी के कौशल का प्रशंसक हूं। चूंकि मैंने एक कप्तान के रूप में कई स्कूल और क्लब टीमों का नेतृत्व किया है, इसलिए मैंने उनसे दबाव को संभालना सीखा है। धोनी मेरे दिल की धड़कन हैं।’