वीडियो: सेल्फिश निकले हार्दिक पांड्या, IPL की दुश्मनी के चक्कर में सूर्या छोड़ तिलक वर्मा के साथ किया बुरा बर्ताव

टीम इंडिया के कप्तान हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya), तीसरे टी20 में जीत के बाद काफी गदगद दिखे। उन्होंने सूर्या की तो जमकर तारीफ की लेकिन एक खिलाड़ी का नाम तक नहीं लिया, जिसने जीत का माहौल बनाने में सूर्यकुमार यादव का साथ निभाया था। उस युवा बल्लेबाज का नाम तिलक वर्मा है, जो इस मैच में अपने अर्धशतक से एक रन दूर रह गया। हार्दिक ने इस खिलाड़ी को लेकर एक शब्द नहीं कहा ? उन्होंने बस हाँ में हाँ मिलाने की कोशिश की।

तिलक वर्मा पर एक शब्द नहीं बोले हार्दिक पांड्या

दरअसल, तीसरे टी20 को भारत ने 7 विकेट से अपने नाम किया। इस मैच में जीत की नींव सूर्यकुमार यादव और तिलक वर्मा ने रखी। सूर्या ने इस मैच में 44 गेंदों का सामना किया और 4 छक्के-10 चौके की मदद से 83 रन की पारी खेली। हालांकि, वो अपने शतक से चूक गए। उनके आउट होने के बाद हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) और तिलक ने पारी को संभाला और टीम को जीत दिलाई। वहीं, दूसरी ओर जब तिलक को एक रन की जरूरत थी, ताकि वो अपने अर्धशतक को पूरा कर सके तो हार्दिक ने विनिंग शॉट मारकर मैच खत्म कर दिया।

वहीं, मैच प्रेजेंटेशन के दौरान भी हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) ने तिलक की पारी पर अपनी तरफ से कुछ नहीं कहा। उन्होंने बस सूर्या की बात में हाँ में हाँ मिला दी, जो उन्होंने तिलक वर्मा के लिए कही थी।

उन्होंने कहा, ‘जैसा कि सूर्या ने कहा है, वो तिलक के साथ मुंबई इंडियंस में खेलते हैं और एक साथ समय बिताते हैं। टीम में सूर्या जैसे किसी व्यक्ति का होना अच्छा है और जब वह जिम्मेदारी लेता है तो यह दूसरों को एक संदेश भेजता है।’

बता दें कि हार्दिक ने रत्ती भर भी तिलक की तारीफ करना जरूरी नहीं समझा। शायद इसलिए कि तिलक वर्मा मुंबई इंडियंस का हिस्सा हैं और हार्दिक अब इस टीम का हिस्सा हैं। कई बार जब उन्हें मुंबई इंडियंस की फैक्ट्री से बना प्लेयर बताया जाता है तो वो काफी जलते भी हैं। शायद यही कारण है कि उन्होंने कुछ नहीं कहा। हालांकि, यहाँ सवाल ये है कि तिलक की जगह शुभमन गिल होते तो क्या हार्दिक ऐसा करते ?

जीत पर बोले हार्दिक पांड्या

गौरतलब है कि इस जीत को हार्दिक पांड्या ने महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा, ‘जीत जरूरी थी। एक ग्रुप के रूप में बचे हुए मुकाबले रोमांचक होंगे। दो हार या दो जीत से आगामी योजनाएं नहीं बदलती हैं। हमें यह दिखाना होगा कि जब ऐसी स्थति की बात आती है तो हम तैयार हैं। ‘

उन्होंने आगे कहा, ‘निकी (पूरन) बल्लेबाजी के लिए नहीं आए और इससे हमें अपने तेज गेंदबाजों को वापस रखने की अनुमति मिली, साथ ही अक्षर को अपने चार ओवर फेंकने की भी अनुमति मिली। अगर निकी मारना चाहता है, तो उसे मुझे मारने दो और यही योजना थी, मैं ऐसी प्रतिस्पर्धा का आनंद लेता हूं। मुझे पता है कि वह यह सुन लेगा और चौथे टी20 मैच में मुझ पर कड़ा प्रहार करेगा। ‘

अंत में हार्दिक ने कहा, ‘ एक ग्रुप के रूप में हमने सात बल्लेबाजों के साथ बल्लेबाजी करने का फैसला किया है और हमें जिम्मेदारी लेनी होगी, जैसा कि आज हुआ, अगर बल्लेबाज रन बनाते हैं तो आपको आठवें नंबर पर किसी की जरूरत नहीं है।’

बता दें कि इस मैच में कप्तान रोमन पॉवेल ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने का फैसला किया था। पहले बल्लेबाजी करते हुए वेस्टइंडीज ने 20 ओवर में 5 विकेट के नुकसान पर 159 रन बनाए। इसके जवाब में भारत ने 17.5 ओवर में 3 विकेट के नुकसान पर 164 रन बनाए।