वीडियो: इस खिलाड़ी ने विराट कोहली के लिए बर्बाद किया अपना करियर, धोनी के कहने पर भी टीम इंडिया नहीं की ज्वाइन

क्रिकेट के खेल में आज विराट कोहली जिस मुकाम पर हैं, उस मुकाम पर पहुचने का हर एक खिलाड़ी का सपना होता है। हर एक खिलाड़ी यह चाहता है कि वो क्रिकेट में ठीक उसी प्रकार से सफल हो जिस प्रकार से आज विराट कोहली नित नई सफलताओं को छू रहे हैं। विराट कोहली आज जिस मुकाम पर हैं, उस मुकाम पर उन्हे उनकी मेहनत और लगन ले गई है।

लेकिन क्या आप जानते हैं जिस इंसान ने पहली बार विराट कोहली को टीम में चुना था उसे अपने करियर से हाथ धोना पड़ा है। विराट कोहली को टीम में शामिल करने के बाद वो कहीं गुमनामी में खो गया।

दरअसल बात यह है कि जिस चयनकर्ता ने वर्ष 2008 में विराट कोहली को टीम के अंदर मौका दिया था, उसने बीसीसीआई मैनेजमेंट से झगड़ा मोल लेने के बाद उन्हे टीम में शामिल किया था और इसके बाद उन्हे चयनकर्ता के पद से बर्खास्त कर दिया गया था।

दिलीप वेंगसरकर ने दिया था विराट कोहली को पहला मौका

साल 2008 में जब विराट कोहली को टीम के अंदर मौका दिया गया था तब दिलीप वेंगसरकर चयनकर्ता के पद पर थे, उन्होंने अपने पद में रहते हुए विराट कोहली को श्रीलंका के खिलाफ खेली जाने वाली वनडे सीरीज में मौका दिया गया था। दिलीप वेंगसरकर को अपने इस फैसले की बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ी थी।

दरअसल बात यह है कि जब विराट कोहली टीम के अंदर चुना गया तब उस समय बीसीसीआई के अध्यक्ष एन. श्रीनिवासन थे जिनका ताल्लुक तमिलनाडु से था। ठीक उसी समय तमिलनाडु क्रिकेट बोर्ड की तरफ से खेलने वाले एस. बद्रीनाथ भी बहुत गजब की फॉर्म में थे और बीसीसीआई के अध्यक्ष एन. श्रीनिवासन यह चाहते थे कि विराट कोहली की जगह टीम में एस. बद्रीनाथ को मौका दिया जाना चाहिए क्योंकि वो उस समय 28 साल के ही गए थे। लेकिन दिलीप वेंगसरकर ने एस. बद्रीनाथ की जगह विराट कोहली को टीम में शामिल किया और उनके इस फैसले की वजह से उन्हे चयनकर्ता के पद से हटा दिया गया था।

शानदार करियर के मालिक हैं विराट कोहली

बात करें विराट कोहली के क्रिकेट करियर की तो वो अभी तक बहुत ही शानदार रहा है। विराट कोहली ने टीम का नेतृत्व भी किया है और इनकी कप्तानी के अंदर टीम का प्रदर्शन बहुत ही शानदार रहा है। बात अगर करें विराट कोहली के बल्लेबाजी की तो उन्होंने अपने करियर में खेले गए कुल 501 मैचों में करीब 52 की शानदार औसत से 25582 रन बनाए हैं। इस दौरान इनके बल्ले से 76 शतकीय और 131 अर्धशतकीय पारियाँ निकली हैं।