वीडियो: धोनी के बाद अब इस खतरनाक क्रिकेटर ने भी 15 अगस्त के दिन लिया संन्यास, नहीं खेलेगा अब टेस्ट क्रिकेट

एशिया कप से पहले श्रीलंका के स्पिन ऑलराउंडर वानिंदु हसरंगा ने बड़ा फैसला लिया है. उन्होंने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी है. और, इस घोषणा की तारीख 15 अगस्त है.

यानी वही तारीख जिस दिन 3 साल पहले धोनी ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहा था. हालाँकि, अब सवाल यह है कि हसरंगा ने अचानक टेस्ट क्रिकेट छोड़ने का फैसला क्यों किया? तो वजह है आने वाला एशिया कप और वर्ल्ड कप. हसरंगा ने सफेद गेंद क्रिकेट पर ध्यान केंद्रित करने के लिए टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला किया है। आपको बता दें कि पाकिस्तान 30 अगस्त से श्रीलंका में एशिया कप का आयोजन करने जा रहा है. श्रीलंका एशिया कप जीतने का बड़ा दावेदार है और वानिंदु हसरंगा उस उम्मीद की अहम कड़ी हैं. सवाल सिर्फ एशिया कप का नहीं बल्कि आगे वनडे वर्ल्ड कप का भी है, जिसके लिए हसरंगा खुद को तैयार रखना चाहते हैं.

कैसा रहा है हसरंगा का टेस्ट करियर?

वैसे, वानिंदु हसरंगा के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने से श्रीलंकाई क्रिकेट टीम पर ज्यादा असर नहीं पड़ेगा। क्योंकि वह क्रिकेट के इस फॉर्मेट में श्रीलंकाई टीम के नियमित सदस्य नहीं थे. दिसंबर 2020 में डेब्यू करने के बाद वह सिर्फ 4 टेस्ट ही खेल सके. उन्होंने अपना आखिरी टेस्ट साल 2021 में खेला था. इन 4 टेस्ट मैचों में बतौर ऑलराउंडर हसरंगा ने 4 विकेट लेने के अलावा एक अर्धशतक के साथ 196 रन भी बनाए।

वनडे विश्व कप क्वालीफायर में हसरंगा

वानिंदु हसरंगा सफेद गेंद क्रिकेट में श्रीलंका के अग्रणी खिलाड़ी हैं। क्रिकेट में सफेद गेंद कितनी खतरनाक दिखती है इसका अंदाजा आप वनडे वर्ल्ड कप क्वालीफायर में उनके प्रदर्शन से लगा सकते हैं। हसरंगा ने वहां 7 मैचों में 12.90 की औसत से 22 विकेट लिए और टूर्नामेंट के सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले विकेटकीपर रहे। अब हसरंगा एशिया कप और वनडे विश्व कप में श्रीलंका के लिए अपने इसी प्रदर्शन को दोहराना चाहेंगे। श्रीलंकाई क्रिकेट के लिहाज से भी इसमें बेहतर प्रदर्शन की जरूरत है. ऐसे में वह अपना सारा ध्यान सफेद गेंद वाले क्रिकेट पर लगाना चाहते हैं और यही वजह है कि उन्होंने टेस्ट क्रिकेट छोड़ना ही बेहतर समझा।